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हिंदी दिवस की कविताएं


कविता ---शरद ऋतु

वर्षा बूंदों ने दी विदाई 
शरद ऋतु स्वर्णिम रूप ले आई
पीली धूप सुनहरी रंगत अंकुराई 
जैसे सुहागिन की पीली चुनरी खिसकाई
 आंगन में सुखते बड़ी, पापड़ और तिलौरियाँ
 धूप सेंकती महिलाओं की टोलियां
खेतों में आगाज नए फसलों का
 हरियाली ने अपना नया रूप बिखेरा
कोहरे ने दी दस्तक सब कुछ सिमटा धुंध में 
रजाई कम्बलों ने धूम मचाई
 दुबके सब  बिस्तरों में ।

***
सीमा..✍️🌷
©®
#लेखनी हिंदी दिवस प्रतियोगिता के लिए

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7 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन,,, सूखते होना चाहिए जी

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Swati chourasia

20-Sep-2022 08:00 PM

बहुत खूब 👌

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Kavita Jha

18-Sep-2022 08:47 AM

वाह 👌👌

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